अस्थमा या दमा वो बीमारी है जिसमें हमारी श्वास नलीयों में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से हमें सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। यह समस्या यूं तो साल भर बनी रहती है पर सर्दी और बरसात के मौसम में इसका वेग बहुत ज्यादा प्रबल हो जाता है। यदि आपने इस समस्या का सामना किया है तो Asthma In Hindi ब्लॉग पोस्ट आपके लिए है।
अस्थमा या दमा क्या है? (What is Asthma?)
अस्थमा यानी कि दमा एक ऐसी बीमारी है जिसमें आपके फेफड़ों के अंदर जाने वाले वायुमार्ग संकरण हो जाते हैं और बलगम पैदा करते हैं। जब ऐसा होता है तब सांस लेना मुश्किल हो जाता है। जिसकी वजह से दमे के दौरे पर सकते हैं।
अस्थमा के प्रकार (Types of Asthma)
• एलर्जिक अस्थमा (Allergic Asthma)- इसमें आपको किसी विशेष वस्तु से एलर्जी होती है। जैसे- धूल मिट्टी के संपर्क में आने से, अगरबत्ती से।
• नॉन एलर्जिक अस्थमा (Non Allergic Asthma)- जब व्यक्ति तनाव में हो या फिर सर्दी, खांसी, जुकाम होने पर या होता है।
• सिजनल अस्थमा (Seasonal Asthma)- यह पूरे साल ना होके किसी खास मौसम में नमी या फिर पराग कण के कारण होते हैं।
• पेरिनियल अस्थमा (Perennial asthma)
• अकुपेशनल अस्थमा (Occupational Asthma)- यह उन लोगों को होता है जो कारखानों में काम करते हैं।
अस्थमा के लक्षण (Symptoms of Asthma in Hindi)
• सांस का फूलना
• लगातार खांसी आना
• ज्यादातर दौरे के समय खांसी का आना
• बेचैनी महसूस होना
• नारी की गति का बढ़ जाना
• गला अवरुद्ध और शुष्क होना
• खांसी होने के समय कठिनाई होना और कफ का न निकल पाना
• छाती भारी महसूस होना
• सांस लेने के समय सीटी की आवाज का आना
अस्थमा को रोकने के उपाय (How to prevent Asthma in Hindi)
• अस्थमा के पेशेंट को वर्षा और धूल भरी स्थान से बचना चाहिए।
• बहुत ज्यादा नमी और ठंडे वातावरण में नहीं रहना चाहिए।
• घर से बाहर जाने पर आप मुंह पर मास्क लगाएं।
• सर्दी में होने वाले धुंध में ना जाएं।
• आपको स्प्रे, अगरबत्ती, मच्छर मारने का कॉइल, पेंट इत्यादि चीजों से दूर रहें।
• जो व्यक्ति धूम्रपान करता है उससे दूर रहें।
• आप अपने जीवनशैली और आहार में बदलाव को लाकर दमा को कम कर सकते हैं।
अस्थमा के लिए आहार-योजना (Diet to Prevent Asthma in Hindi)
• आप हल्का गर्म पानी का इस्तेमाल करें।
• आपको सब्जियों में हरी पत्तियों जैसे- पालक का सेवन करना चाहिए।
• भोजन में काली मिर्च, अदरक, लहसुन और हल्दी को शामिल करें।
• शहद खाएं।
• मूंग, जौ, गेहूं, बहुत दिन का चावल का आहार लें।
अस्थमा का घरेलू उपचार (Home Remedies for Asthma in Hindi)
अस्थमा या दमा वो बीमारी है जिसमें हमारी श्वास नलीयों में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से हमें सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। यह समस्या यूं तो साल भर बनी रहती है पर सर्दी और बरसात के मौसम में इसका वेग बहुत ज्यादा प्रबल हो जाता है और इसीलिए Official Home Remedies आपके लिए लेकर आया है- अस्थमा का घरेलू उपचार।
अदरक और लहसुन
आप एक कप पानी लें और इसे गर्म करें। जब पानी से भाप आने लगे तो उसमें एक चम्मच ताजी कुटी हुई अदरक और लहसुन डाल दें, फिर आप इसे अच्छी तरह से उबाल लें। उबलने के बाद इसे छान लें। इसके बाद इसमें एक चम्मच शहद मिला दें। अब आप इसे दिन में दो बार लें।
काली मिर्च और लॉन्ग
काली मिर्च बहुत ही ज्यादा ताकतवर होती है, जो हमारे लिए अस्थमा के लिए, एलर्जी के लिए बहुत ज्यादा फायदा करती है।
आप एक गिलास पानी को एक बर्तन में लें और इसमें 10 ग्राम काली मिर्च और लौंग डालकर इसे अच्छी तरह गर्म करें। आप गर्म हो रहे बर्तन को ढक दें। गर्म हो जाने के बाद इसे छान लें और ठंडा कर इसमें एक चम्मच शहद मिला दे फिर आप इसका सेवन करें। ध्यान रहे इसे आप खाली पेट सुबह या शाम को ही लें।
दूध और बड़ी पीपल
आप एक गिलास दूध को एक बर्तन में लें और इसमें चार बड़ी पीपल डाल दें, फिर इस दूध को अच्छी तरह से गर्म करें। गर्म होने के बाद इसे छान लें। अब यह दूध आपको रोजाना सोने के पहले लेना है।
नीलगिरी का तेल (Eucalyptus Oil)
आप एक तौलिए पर नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें डालकर इसे सोते समय अपने पास रखें। इस दिल से निकलने वाली सुगंध आपके फेफड़ों में मौजूद बलगम को तोड़ने में मदद करता है। जिससे आपको सांस लेने में मदद मिलती है।
लेवेंडर तेल (Levender Oil)
आप एक गिलास गर्म पानी लें और उसमें लेवेंडर तेल की कुछ बूंदें डालकर इसका भाप लें।
लेवेंडर तेल में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो आपके स्वास मार्ग में हुए सूजन को कम करता है और सांस लेने में मदद करता है।
कैफ़ीन (Caffeine)
कैफ़ीन एक ब्रोंकोडाइलेटर दवा है। जिसमें थियोफाइलीन नामक कंपाउंड पाया जाता है, जो आपके स्वास मार्ग को खोलने में सहायता करता है, इसलिए आप अस्थमा में कैफीन का इस्तेमाल करें।
लहसुन अस्थमा में फायदेमंद (Garlic is good for Asthma in Hindi)
लहसुन में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपके अस्थमा के समय सूजन कम करने में मदद करता है। इसलिए आप भोजन में लहसुन का इस्तेमाल करें।
विटामिन सी युक्त आहार अस्थमा में फायदेमंद (Vitamin C foods help to treat Asthma in Hindi)
अस्थमा यानी कि दमा में विटामिन सी बहुत लाभदायक है। आप विटामिन सी युक्त सब्जियों और फलों का प्रयोग करें। ये सभी विटामिन सी के अच्छे स्रोत हैं- पपीता, जामुन, संतरा, नींबू, स्ट्रॉबेरी इत्यादि।
अस्थमा को जड़ से भगाने में फूलगोभी और पत्तागोभी की सब्जीयों का अहम योगदान है। इसलिए आप अपने आहार में इसे जरूर से शामिल करें।
मछली से दमा का ईलाज
मछली में ओमेगा 3 तेल पाया जाता है। जो गंभीर अस्थमा वाले रोगों में वायुमार्ग की सूजन को कम करने और फेफड़ों के कार्य में सुधार करने का काम करता है।
अस्थमा का आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic remedies for Asthma in Hindi)
अस्थमा में आयुर्वेद का सर्वप्रथम उपचार है वृक्षस्थल की मालिश। इसका मालिश करने के लिए हम तिल के तेल या फिर सरसों के तेल में सेंधा नमक मिलाकर इसे हल्का गर्म कर लें फिर इससे मालिश करें। आप सेंधा नमक के बजाय कपूर भी मिला सकते हैं।
आप सितोपलादि चूर्ण का 1 ग्राम तथा वसावलेह का 3 ग्राम लें। इससे आपको बहुत फायदा मिलेगा।
अस्थमा रोग में हरिद्रा खंड, चित्रक हरीतकी, वसावलेह का 3 चम्मच सुबह शाम प्रयोग करने से बहुत लाभ मिलता है।
Yoga for Asthma in Hindi
अस्थमा के रोगियों को सांस लेने का व्यायाम जरूर करना चाहिए। इसमें मुख्यता अनुलोम विलोम, कपालभाति, कुंभक रेचक शामिल है। इसके अलावा आसनों में हमें पवनमुक्त, स्वासन और सर्वांगासन करें।
आपको डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए? (When to see a Doctor for Asthma?)
अगर आपके दमा का लक्षण 5 दिनों तक और लगातार जटिल हो रहा हो तो आप तुरंत डॉक्टर से मिले। इसके अलावा आपको ऊपर बताए गए नियमों का सही तरह से पालन करना चाहिए क्योंकि आपके अस्थमा इलाज में बहुत महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष :-
अंत में मैं यही कहना चाहूंगा जानकार बनिए, स्वस्थ रहिए, बीमारियों से बचे और Asthma In Hindi ब्लॉग पोस्ट आपको अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों को जरूर शेयर करिएगा ताकि उन्हें भी इस परेशानी से ना गुजरना पड़े।
इसे भी पढ़ें :- Dandruff In Hindi
FAQ
Asthma में तुरंत आराम के लिए क्या करें?
उत्तर- आप एक कप पानी लें और इसे गर्म करें। जब पानी से भाप आने लगे तो उसमें एक चम्मच ताजी कुटी हुई अदरक और लहसुन डाल दें, फिर आप इसे अच्छी तरह से उबाल लें। उबलने के बाद इसे छान लें। इसके बाद इसमें एक चम्मच शहद मिला दें। अब आप इसे दिन में दो बार लें।
अस्थमा पूरी तरह से ठीक हो सकता है क्या?
उत्तर- वैसे तो अस्थमा का अभी तक इलाज नहीं है, पर इसके अलावे बहुत सारे इलाज और घरेलू उपचार उपलब्ध है, जिससे इस रोग को नियंत्रण में रख सकते हैं। वैसे दमा के इलाज में इनहेलर का प्रयोग किया जाता है। यह एक यंत्र है, जब इससे आप सांस लेते हैं तो सांसो की नली में दवा पहुंचाता है।
अस्थमा टेस्ट कैसे करते हैं?
उत्तर- अस्थमा टेस्ट में आपको एक डिवाइस में फूकना पड़ता है, जो बताता है कि आपका फफेरा कितना मजबूत है। इसके अलावे डॉ आपके लक्षणों को जानने के बाद अगर उन्हें लगता है कि आपको अस्थमा है तो तब वह स्पायरोमेट्री टेस्ट करता है।
Asthma in Hindi Meaning
उत्तर- अस्थमा का हिन्दी में मतलब होता है- दमा।